हेपेटाइटिस क्या है?
हेपेटाइटिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में सूजन हो जाती है। इसका सबसे आम कारण वायरल संक्रमण (हेपेटाइटिस A, B, C, D, E) है। इसके अलावा अत्यधिक शराब पीना, विषैले पदार्थ, कुछ दवाइयाँ और ऑटोइम्यून बीमारियाँ भी इसका कारण हो सकती हैं।
हेपेटाइटिस के प्रकार
- हेपेटाइटिस A – दूषित भोजन और पानी से फैलता है।
- हेपेटाइटिस B – खून, यौन संबंध या माँ से बच्चे में फैलता है।
- हेपेटाइटिस C – संक्रमित खून से फैलता है, अक्सर पुराना (क्रॉनिक) हो जाता है।
- हेपेटाइटिस D – केवल उन्हीं को होता है जिन्हें पहले से हेपेटाइटिस B है।
- हेपेटाइटिस E – दूषित पानी से फैलता है, जहाँ स्वच्छता कम होती है।
लक्षण
- थकान और कमजोरी
- भूख कम लगना
- जी मिचलाना और उल्टी
- त्वचा और आँखों का पीला होना (पीलिया)
- पेट में दर्द (खासकर दाहिनी तरफ)
- गहरे रंग का पेशाब और हल्के रंग का मल
जाँच
- ब्लड टेस्ट (वायरस और लिवर एंजाइम पता करने के लिए)
- अल्ट्रासाउंड / स्कैन
- लिवर बायोप्सी (गंभीर मामलों में)
इलाज
- हेपेटाइटिस A और E: आराम, पर्याप्त पानी और पौष्टिक आहार।
- हेपेटाइटिस B और C: एंटीवायरल दवाइयाँ और डॉक्टर की निगरानी।
- हेपेटाइटिस D: एंटीवायरल और सहायक उपचार।
- सामान्य देखभाल: शराब से परहेज, हेल्दी डाइट और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयाँ।
बचाव के उपाय
- हेपेटाइटिस A और B का टीका लगवाएँ।
- सुरक्षित यौन संबंध बनाएँ।
- सुई या रेजर साझा न करें।
- साफ पानी पिएँ और स्वच्छता रखें।
- शराब और अनावश्यक दवाइयों से बचें।